Friday, October 8, 2010

क्रिकेट बनाम कॉमनवेल्थ गेम्स यानी पवार-कलमाडी में लड़ाई

रासविहारी
नई दिल्ली। क्रिकेट विरोधी देश में खेलों की बदहाली के लिए क्रिकेट के जुनून को जिम्मेदार मानते हैं। क्रिकेट बनाम अन्य खेल की लड़ाई पहले से ही जारी है। अब
केन्द्रीय कृषि मन्त्री शरद पवार का अपने पुराने चेले और सुरेश कलमाडी के बीच जारी लड़ाई किक्रेट मैच बनाम कॉमनवेल्थ गेम्स हो गई है। पवार ने चुटकुलों के जरिए पुणे में कलमाडी पर खुला हल्ला बोला था। गेम्स के उद्घाटन के दिन पवार का मोहाली में मौजूद रहने पर राजनीति गर्मा रही है। मोहाली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ दस साल बाद भारत को मिली जीत को अलग नज़रिए से देखा जा रहा है। यह भी चर्चा है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों को मिले सोने-चान्दी के तमगों की चमक को क्रिकेट की जीत से कम करने की कोशिश की गई थी।
मनमोहन सिंह मन्त्रिमण्डल के कई दिग्गज सदस्यों की रविवार को उद्घाटन के मौके पर जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में मौजूदगी के बीच पवार के नदारद रहने पर चर्चा शुरू हो गई है। इन्टरनेशनल क्रिकेट काउंसिल  चैयरमेन पवार उस दिन चण्डीगढ़ में अपना सम्मान कराने के बहाने मस्त थे। यह सम्मान समारोह आईसीसी का मुखिया बनने पर आयोजित किया गया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने से एक स¹ााह पहले पवार ने कलमाडी के गृह नगर पुणे में एक बड़ी जनसभा कर उन पर जमकर हल्ला बोला था। पूरे देश में मोबाइल फोन पर इधर-उधर हो रहे कुछ एसएमएस भी उन्होंने सुनाए। पवार का कहना था कि कलमाडी ने स्टेडियम की छत से लटककर फांसी लगाई पर छत ही नीचे आ गई। यह है कॉमनवेल्थ गेम्स में काम की क्वालिटी। यह चुटकुला उन्होंने लोगों को खूब सुनाया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटीo के अध्यक्ष पवार के नजदीकी नेताओं का मानना है कि कलमाडी पर पुणे में हमला सोची समझी रणनीति के तहत किया गया। पवार ने जानबूझकर पुणे में ही कलमाडी पर हल्ला बोला। इसका असर कलमाडी पर दिल्ली में आलोचना करने से ज्यादा हुआ। कलमाडी को लेकर उन्होंने कई और बातें भी कहीं। कलमाडी एनसीपी के गठन से पहले शरद पवार के खासमखास रहे थे।
तमाम आलोचनाओं का जवाब कलमाडी ने कॉमनवेल्थ न्यूज टाइम्स में मंगलवार को दिया है। इसके साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में बंटने वाली विलेज न्यूज में पवार पर तीखी टिप्पणी की भी चर्चा जोर पकड़ रही है। विलेज न्यूज कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति की तरफ से छापा जा रहा है। विलेज न्यूज में लिखा गया है कि क्रिकेट के लिए जुनून वाले देश में कॉमनवेल्थ गेम्स के जरिए अन्य खेलों को पनपने का मौका मिलेगा।

1 comment:

  1. commonwealth ko kinare kar dein to rashtriya ya haashiye per chale gaye games ko humein badhana hi hoga

    ReplyDelete