Friday, October 8, 2010

ओलिम्पक कराने पर होंगे खर्च एक लाख करोड़ रुपए

रासविहारी
नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स के शानदार उद्घाटन के बाद दिल्ली की मुख्यमन्त्री शीला दीक्षित राजधानी में ओलिम्पक कराने को तैयार हैं। दिल्ली में ओलिम्पक आयोजित कराने के लिए कम से कम एक लाख करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। ओलिम्पक गेम्स में 205 देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। 2012 में लन्दन में होने वाले ओलिम्पक का बजट 80 हजार करोड़ रुपए तय किया गया है। 17 दिन चलने वाले लन्दन ओलिम्पक में रोजाना सात लाख खिलाड़ी, अधिकारी, कर्मचारी और दर्शक जुटेंगे।
कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों में देरी को लेकर तमाम आलोचनाओं का सामना करने वाली श्रीमती दीक्षित का मानना है कि दिल्ली ओलिम्पक की मेजबानी कर सकती है। यह दावा वे तैयारी को लेकर उठ रहे सवालों के दौरान भी करती रही हैं। यह अलग बात है कि भारत की तरफ से इस बार एशियाड के लिए दावेदारी ही पेश नहीं की गई।
दिल्ली में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के पर 70 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। दिल्ली सरकार की तरफ से गेम्स की तैयारी पर 70 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया गया था। इसमें स्टेडियम, सड़क, फ़्लाईओवर, ट्रांसपोर्ट, बिजली और पानी की सुविधाएं जुटाने पर किया गया खर्च शामिल है। गेम्स के लिए इन्दिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को चमकाने के लिए अलग से 12500 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 500 करोड़ की लागत से बनाए गए घरेलू टमिoनल वन डी को बाद में तोड़ दिया जाएगा। कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज के निर्माण पर ही 1200 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए दिल्ली में 11 स्टेडियम बनाए गए हैं। प्रतियोगिता स्थलों के निर्माण और पुननिoर्माण पर 5200 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। ओलिम्पक के लिए कम से 35 स्टेडियम की जरूरत होगी। कॉमनवेल्थ में 17 गेम्स में सात हजार खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं तो ओलिम्पक में 26 गेम्स में 20 हजार से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के मुकाबले ओलिम्पक की अवधि ज्यादा होती है। ओलिम्पक के लिए एक लाख खर्च करोड़ रुपए का हिसाब-किताब मौजूदा लागत के आधार पर आंका गया है।

1 comment:

  1. kuchh din dilli ko khelon ke lihaj se bakhs dena chahiye. aur bhi gum hain jahan mein mohabbat ke siwa

    ReplyDelete