Sunday, October 17, 2010

कलमाडी पर तेज हुआ हमला

रासविहारी
नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स में भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली की मुख्यमन्त्री शीला दीक्षित ने आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाडी पर सीधा हमला बोल दिया है। लगातार दूसरे दिन उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर कलमाडी पर सीधा शक जताया है। लंबे अरसे से गेम्स की तैयारियों को लेकर आलोचना झेलती रहीं श्रीमती दीक्षित ने कलमाडी को लपेटने वाले बयान देने शुरू कर दिए हैं। आयोजन समिति में भ्रष्टाचार की जांच के लिए लिए कमेटी गठित होने पर सुरेश कलमाडी ने हर तरह का सहयोग देने का ऐलान किया है। इससे पहले कामयाबी का श्रेय लेने की होड़ में उपराज्यपाल तेजेन्द्र खन्ना से श्रीमती दीक्षित का टकराव चल रहा है।
आयोजन समिति के अध्यक्ष कलमाडी से भी श्रीमती दीक्षित टकराव पुराना है। कलमाडी ने गेम्स के कई मुख्य आयोजनों से श्रीमती दीक्षित को दूर रखा था। गेम्स की पहली टिकट जारी करने के समारोह से भी उन्हें दूर रखा गया था। आयोजन समिति की तरफ  से दिल्ली सरकार के कामों पर बार-बार उंगली उठाई गई थी। मुख्यमन्त्री ने आयोजन समिति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप में कलमाडी को सीधे ही लपेट दिया है। सबसे ज्यादा हेराफेरी आयोजन समिति को कर्ज़ के तौर पर मिली राशि में हुई है।
श्रीमती दीक्षित के कलमाडी पर हमला बोलने के बाद यह माना जा रहा है कि आयोजन समिति से जुड़े कुछ प्रमुख अफसरों पर भी गाज गिर सकती है। खासतौर पर आयोजन समिति की वित्त समिति और उपसमिति के सदस्य जांच के लपेटे में आएंगे। इनमें कुछ असरदार अफसर भी हैं। गेम्स के लिए ओवरलेज की खरीदारी की मंजूरी भी अफसरों की समिति ने दी थी।
खेलों में भ्रष्टाचार के लिए गठित उच्चस्तरीय जांच समिति के अलावा भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक, केन्द्रीय सतर्कता आयोग और केन्द्रीय जांच ब्यूरो भी अपने-अपने स्तर से जांच कर रहे हैं। कहा जा रहा कि िफलहाल करीब दो दर्ज़न बड़े अफसरों के कामकाज की जांच की जा रही है। इससे पहले सीवीसी ने गेम्स के लिए बनाए गए कई प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के सिलसिले में पूछताछ शुरू की थी। सीएजी ने दिल्ली सरकार की परियोजनाओं की भी जांच शुरू कर दी है।
कॉमनवेल्थ गेम्स की प्रमुख परियोजनाओं को अंजाम देने में दिल्ली सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली नगर निगम और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद की बड़ी भूमिका रही है। सीबीआई विभिन्न परियोजनाओं की टेण्डर प्रक्रिया की जांच कर रही है।
नईदुनिया से साभार १७ अक्टूबर२०१०

2 comments:

  1. मुझे तो यह आरोप-प्रत्यारोप तो ढोंग लगता है। जैसे तारीफों के मामले में होता है कि तू मेरी पीठ थपथपा और मैं तेरी। इसी तरह यी भी शायद तय होता है कि अभी हम तुम्हारी बत्ती लगाएंगे। तुम अपने बचाव में भले कुछ कहो, लेकिन सरकार पर आंच नहीं आनी चाहिएं चुनाव नजदीक हैं। पता नहीं क्या खेल है।

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  2. sir,
    MERA BHARAT MAHAN yuhi nahi kaha jata. jaanch par jaanch hogi, aarop aur pratyarop lagegai, aur sab kuch tanda ho jayega. BHARATVARSH mai aaj tak bade ghotalo mai kisi bade rajnaita, adhikari ko saja mili hai jo ab milegai. KALMADI jab bhi TV par aatai hai toh unke chehra mai kisi prakar ki koi tension nahi hoti hai. KYUKI unhonai COMMONWEALTH ko sahi haath mai pahuchanai kai saath sabhi ki HEALTH ka dhyan rakha hai.

    JAI HIND
    MANMOHAN LOHANI

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