Tuesday, June 7, 2011

अध्यक्षजी ने करवाई मालिश

अध्यक्षजी ने करवाई मालिश
नारे कम गाने ज्यादा
राजघाट पर भाजपा का सत्याग्रह
रासविहारी
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने राजघाट पर सत्याग्रह के दौरान मालिश कराके अपनी थकान मिटाई। मौका था भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे बाबा रामदेव पर पुलिसिया जुल्म के खिलाफ भाजपा के राजघाट के सामने आयोजित २४ घंटे के सत्याग्रह का। सत्याग्रह के दौरान गाने ज्यादा बजे और नारे कम लगे। ज्यादातर नेता तेज गर्मी के कारण कुछ समय ही सत्याग्रह में शामिल हुए।

रविवार की शाम को सात बजे शुरू हुआ धरना सोमवार की शाम को खत्म हुआ। रात को एक बजे के आसपास ज्यादातर नेताओं और कार्यकर्ताओं के रवाना होने के बाद मंच के पीछे सोने के लिए बनाई गई जगह पर शाम से बैठे अध्यक्षजी की थकान पुरानी दिल्ली की मशहूर मालिश से उतारी गई। थकान उतारने के बाद अध्यक्षजी आम कार्यकर्ताओं के साथ ही सत्याग्रह स्थल पर सोने गए। सुबह छह बजे नहाने-धोने के लिए अपने आवास पर गए और जल्दी वापस आ गए। पूर्व उपप्रधानमंत्री और भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी भी सत्याग्रह में ज्यादा समय नहीं बैठे।

सत्याग्रह पर अध्यक्षजी के साथ पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, धर्मेन्द्र प्रधान, अनंत कुमार और युवा मोर्चा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर जमे रहे। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने रात को कृष्ण भजन और देशभक्ति के गीतों के जरिए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया। स्वराज तड़के चार बजे अपने घर गईं तो राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली रात तीन बजे गए। सुषमा स्वराज ने गानों पर ठुमके भी लगाए। ठुमके लगाने में उनका साथ अनुराग ठाकुर ने दिया।

सत्याग्रह स्थल पर गर्मी में पसीना बहाते बैठे नेताओं और कार्यकर्ता नारे कम लगा रहे थे। इस कारण जोश भरने के लिए यह देश है वीर जवानों का और मेरा रंग दे वसंती चोला जैसे गाने ज्यादा बजते रहे। सत्याग्रह में बाबा रामदेव के समर्थक भी शामिल हुए।

सत्याग्रह के दौरान भी सुषमा और जेटली समर्थकों में दूरी बनी रही। रात को सुषमा समर्थक नेता उनके आसपास जमे रहे तो जेटली के खास भी उनके पास बैठे रहे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को दोनों के बीच संतुलन बनाने में जरूर मेहनत करनी पड़ी