Wednesday, November 24, 2010

कौन जीतेगा, यह बताने में कौन खरा उतरेगा

कौन जीतेगा, यह बताने में कौन खरा उतरेगा
टीवी चैनल के सर्वे में जदयू-भाजपा को बहुमत
ज्योतिषियों ने की नीतीश के मुख्यमन्त्री बनने की भविष्यवाणी
रासविहारी
नई दिल्ली। बिहार में सरकार किसकी बनेगी? नीतीश कुमार की या लालू प्रसाद की? बुधवार को चुनाव नतीजों से पहले मीडिया और ज्योतिषियों ने नीतीश कुमार की सरकार िफर से बनने का ऐलान किया है। मीडिया और ज्योतिषी किस को कितनी सीटें दे रहे हैं, आइए जानते हैं। जानी-मानी हस्तियों के बारे में भविष्यवाणी करने वाले समीर उपाध्याय का कहना है कि सितारे नीतीश कुमार के साथ हैं। लालू प्रसाद के सितारे िफलहाल गिर्दश में हैं।
उनका मानना है कि मिथुन लग्न में जन्मे नीतीश को मंगल-शुक्र के कारण िफर से मुख्यमन्त्री बनना तय है। जदयू-भाजपा गठबंधन को पिछले चुनाव में मिली सीटे मिलने की उम्मीद है। लालू प्रसाद को भी फायदा नहीं होगा। आचार्य अरविन्द की भविष्यवाणी के अनुसार नीतीश-भाजपा को 243 में से 198 सीटें मिलेंगी। उनके अनुसार लालू-रामबिलास पासवान के 20, कांग्रेस के 17 और अन्य आठ उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे। आचार्य ब्रजमोहन की भविष्यवाणी है कि नीतीश-भाजपा को 188 सीटें मिलेंगी। आचार्य राममिलन शुक्ला ने भाजपा-नीतीश को 170 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। पण्डित जर्नादन गौड़ ने नीतीश कुमार और भाजपा को इस चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। उनके अनुसार नीतीश-भाजपा को 208 सीटें मिल रही हैं।
महिला ज्योतिषी अनु डण्डरियाल की भविष्यवाणी है कि नीतीश की पाटीo जदयू को 137 और भाजपा को 32 सीटें मिलेंगी। उनके अनुसार नीतीश-भाजपा कुल मिलाकर 169 सीटें जीतेंगे। उनका कहना है कि कांग्रेस निर्दलियों की कुल संख्या से भी पीछे रहेंगे।
टीवी चैनल भी एक्जिट पोल के जरिए नीतीश कुमार की सरकार बनने की घोषणा कर रहे हैं। आईबीएन 7-सीएसडीएस के चुनाव बाद कराए गए सर्वे में जदयू-भाजपा को 185 से 201 सीट मिलने की बात कही गई है। सर्वे में लालू-पासवान को 22-32 सीटे मिलेंगी और कांग्रेस 6-12 के बीच रहेगी। आजाद उम्मीदवार 9 से 19 स्थानों पर बाजी मार सकते हैं। स्टार-न्यूज नीलसन के सर्वे में जदयू-भाजपा के 150, लालू-पासवान के 57, कांग्रेस के 15 और 21 आजाद उम्मीदवार को विजयश्री मिलने के आसार हैं। मीडिया और ज्योतिषियों के बीच सभी दलों के अपने-अपने दावें पहले से मतदाताओं के बीच हैं।
चार्ट
ज्योतिषी जदयू-भाजपा की सीट
आचार्य अरविन्द 198
आचार्य ब्रजमोहन 188
प´डित जर्नादन 208
आचार्य राममिलन शुक्ल 170
अनु डण्डरियाल 169
समीर उपाध्याय 140 से 150

टीवी चैनल
आईबीएन 7 185-201
स्टार न्यूज 150
नईदुनिया २४ नवंबर
भविष्यवाणी-सर्वे का खेल, कोई पास-कोई फेल
रासविहारी
नई दिल्ली। बिहार में सरकार तो नीतीश कुमार की बनेगी। यह भविष्यवाणी तो ज्यादातर भाग्य बांचने वालों की सही निकली है। टीवी चैनल के एक्जिट पोल भी सरकार बना रहे थे, पर ऐसी बंपर जीत की भविष्यवाणी करने में ज्यादातर चूक गए। एक्जिट पोल को नीतीश कुमार का खेल बताने वाले लालू प्रसाद, रामबिलास पासवान और कांग्रेसी नेताओं के तमाम दावे भी धरे रह गए। भाजपा की सीटें कम होने की भविष्यवाणी करने वाले भी अब सन्न हैं।
आईबीएन 7-सीएसडीएस के पोस्ट पोल सर्वे सही निकला। इस सर्वे में जदयू-भाजपा को 185 से 201 सीट, राजद-लोजपा को 22 से 32, और कांग्रेस को 6-12 सीट मिलने की संभावना जताई थी। सर्वे में 9-19 अन्य उम्मीदवारों के जीतने के संकेत दिए गए थे। स्टार न्यूज-एसी नीलसन के सर्वे में सरकार तो नीतीश कुमार की बनाई गई थी पर सीटों के मामले में सर्वे खरा नहीं उतरा। सर्वे में जदयू-भाजपा को 148, राजद-लोजपा को 68, कांग्रेस को 14 और अन्य 13 उम्मीदवारों के जीतने की भविष्यवाणी की गई थी। सी वोटर के सर्वे में 142 से 154 सीटें एनडीए को मिलने की संभावना जताई गई थी।
नईदुनिया ने बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती से कुछ समय पहले ही कुछ ज्योतिषियों से बात कर उनकी की भविष्यवाणी छापी थीं। एक को छोड़कर छह ज्योतिषियों ने नीतीश कुमार की सरकार बनने की भविष्यवाणी की थी। इस बात पर तो ज्योतिषी खरे उतरे, पर सीटों की भविष्यवाणी करने में ज्यादातर चूक गए। आचार्य अरविन्द ने 198 और पण्डित जनार्दन ने 208 सीट एनडीए मिलने की भविष्यवाणी की थी। राजनेताओं का भाग्य बांचने वाले समीर उपाध्याय की लालू प्रसाद के सितारे गिर्दश में रहने की भविष्यवाणी तो सही निकली पर सीटों के मामले में उनका हिसाब गलत साबित हुआ। आचार्य ब्रजमोहन ने 188, आचार्य राममिलन शुक्ल ने 170 और अनु डण्डरियाल ने 169 सीटें एनडीए को मिलने की भविष्यवाणी की थी। वैसे कुछ ज्योतिषी तो बिहार में किसकी होगी जीत-किसकी होगी हार बताने में भी कतरा गए थे।
इनका सही रहा आकलन
ज्योतिषी एनडीए को मिली सीट
आचार्य अरविन्द 198
पण्डित जनार्दन 208
चैनल
आईबीएन 7 185 से 201
नईदुनिया २५ नवंबर

भविष्यवाणी-सर्वे का खेल, कोई पास-कोई फेल

रासविहारी
नई दिल्ली। बिहार में सरकार तो नीतीश कुमार की बनेगी। यह भविष्यवाणी तो ज्यादातर भाग्य बांचने वालों की सही निकली है। टीवी चैनल के एक्जिट पोल भी सरकार बना रहे थे, पर ऐसी बंपर जीत की भविष्यवाणी करने में ज्यादातर चूक गए। एक्जिट पोल को नीतीश कुमार का खेल बताने वाले लालू प्रसाद, रामबिलास पासवान और कांग्रेसी नेताओं के तमाम दावे भी धरे रह गए। भाजपा की सीटें कम होने की भविष्यवाणी करने वाले भी अब सन्न हैं।
आईबीएन 7-सीएसडीएस के पोस्ट पोल सर्वे सही निकला। इस सर्वे में जदयू-भाजपा को 185 से 201 सीट, राजद-लोजपा को 22 से 32, और कांग्रेस को 6-12 सीट मिलने की संभावना जताई थी। सर्वे में 9-19 अन्य उम्मीदवारों के जीतने के संकेत दिए गए थे। स्टार न्यूज-एसी नीलसन के सर्वे में सरकार तो नीतीश कुमार की बनाई गई थी पर सीटों के मामले में सर्वे खरा नहीं उतरा। सर्वे में जदयू-भाजपा को 148, राजद-लोजपा को 68, कांग्रेस को 14 और अन्य 13 उम्मीदवारों के जीतने की भविष्यवाणी की गई थी। सी वोटर के सर्वे में 142 से 154 सीटें एनडीए को मिलने की संभावना जताई गई थी।
नईदुनिया ने बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती से कुछ समय पहले ही कुछ ज्योतिषियों से बात कर उनकी की भविष्यवाणी छापी थीं। एक को छोड़कर छह ज्योतिषियों ने नीतीश कुमार की सरकार बनने की भविष्यवाणी की थी। इस बात पर तो ज्योतिषी खरे उतरे, पर सीटों की भविष्यवाणी करने में ज्यादातर चूक गए। आचार्य अरविन्द ने 198 और पण्डित जनार्दन ने 208 सीट एनडीए मिलने की भविष्यवाणी की थी। राजनेताओं का भाग्य बांचने वाले समीर उपाध्याय की लालू प्रसाद के सितारे गिर्दश में रहने की भविष्यवाणी तो सही निकली पर सीटों के मामले में उनका हिसाब गलत साबित हुआ। आचार्य ब्रजमोहन ने 188, आचार्य राममिलन शुक्ल ने 170 और अनु डण्डरियाल ने 169 सीटें एनडीए को मिलने की भविष्यवाणी की थी। वैसे कुछ ज्योतिषी तो बिहार में किसकी होगी जीत-किसकी होगी हार बताने में भी कतरा गए थे।
इनका सही रहा आकलन
ज्योतिषी एनडीए को मिली सीट
आचार्य अरविन्द 198
पण्डित जनार्दन 208
चैनल
आईबीएन 7 185 से 201
नईदुनिया से साभार

Friday, November 12, 2010

पत्रकार चलाएं प्रेस क्लब, वरिष्ठ पत्रकारों की राय

प्रेस क्लब चुनाव
पत्रकार चलाएं प्रेस क्लब
वरिष्ठ पत्रकारों की राय
प्रमुख संवाददाता
नई दिल्ली। प्रेस क्लब ऑफ इण्डिया के चुनाव में इस बार आमने-सामने की टक्कर है। वर्तमान अध्यक्ष परवेज अहमद और महासचिव पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ के पैनल के मुकाबले टी आर रामचन्द्रन-सन्दीप दीक्षित का पैनल है। चुनावी लड़ाई में हर तरह के मुद्दे हैं। भाषा, जाति से लेकर एक-दूसरे पर तमाम आरोप मढ़े जा रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि चुनाव प्रेस क्लब में नहीं बल्कि किसी पंचायत के हो रहे हैं। चुनाव के लिए मतदान को 13 नवबंर को होगा।
बदलाव की बयार में वरिष्ठ पत्रकारों का मानना है कि प्रेस क्लब की कमान पत्रकारों के हाथ में होनी चाहिए। ज्यादातर पत्रकारों का मानना है कि प्रेस क्लब के प्रबंधन में बदलाव जरूरी है। उनकी राय में चुनाव के दौरान उठाए जा रहे हिन्दी बनाम अंग्रेजी और कायस्थ बनाम ब्राह्मण जैसे मुद्दे उछालना बेकार की बात है। मीडिया जगत में ऐसे मुद्दे कोई मायने नहीं रखते हैं।
चुनाव की शुरुआत में परवेज-पुष्पेन्द्र पैनल के मुकाबले रामचन्द्रन-सदीप पैनल के उतरने के बाद कुछ लोगों ने यह मुद्दा उठाया था कि फुलटाइम पत्रकार प्रेस क्लब नहीं चला सकते हैं। यह मुद्दा उछलते ही फुस्स हो गया। बाद में कायस्थ बनाम ब्राह्मण की लड़ाई को भुनाने की कोशिश हो रही है।
परवेज-पुष्पेन्द्र लगातार चार बार प्रेस क्लब के लिए चुने गए हैं। पिछले चुनावों में उनके मुकाबले दो-तीन पैनल उतरने के कारण उन्हें फायदा होता रहा है। इस बार सीधी टक्कर में बदलाव का नारा उनके सामने है। उनके पैनल की तरफ से मुकाबले में उतरे पत्रकारों को मौसमी परिन्दा करार दिया गया है।
कुछ पत्रकार छठ पूजा पर ही हर बार चुनाव कराने को मुद्दा बना रहे हैं। बिहार से जुड़े पत्रकारों का कहना कि हर बार छठ पूजा पर ही चुनाव क्यों कराए जाते हैं। छठ पूजा पर बड़ी संख्या में सदस्य दिल्ली से बाहर चले जाते हैं। शायद यह एक तरह से बिहार के पत्रकारों को चुनाव से दूर करने की साजिश है।

Saturday, November 6, 2010

दिवाली पर हर कोई खरीदारी में मस्त

रासविहारी
नई दिल्ली। इस बार दिवाली की खरीदारी में हर कोई मस्त है। दुकानें माल से तो माकेoट खरीदारों से फुल हैं। जेब में पैसा नहीं है तो किश्त पर खरीद रहे हैं। मकान हो या वाहन या िफर घर सजाने का सामान। सबकी बिक्री जोरों पर हैं। धनतेरस पर सोने-चान्दी के सामान की बिक्री का जो रिकार्ड टूटा वह जारी है। आतिशबाजी के धुआंभरे शोरशराबे में तमाम बन्दिशें भी उड़ जाएंगी। लोग धूमधड़ाका करने के लिए बम-पटाखे खरीद रहे हैं। पिछली बार दुकानों में रह गया माल इस बार मुनाफा दे रहा है।
इस बार दिवाली पर ऑनलाइन शॉपिंग खूब हो रही है। करीब 280 फीसदी की बढ़त आंकी जा रही है। एक करोड़ लोगों द्वारा इंटरनेट पर 2200 करोड़ रुपए का ऑर्डर देने की उम्मीद है। वाणिज्य एवं उद्योग चैंबर एसोचैम की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा सहित तमाम शहरों में सोने-चान्दी के जेवर, इलेक्ट्रानिक सामान, मोबाइल फोन, इलेक्टि[कल्स सामान, रेडीमेड कपड़े, सूखे मेवे, मिठाई, बर्तन, क्रॉकरी और घर सजाने के सामान की मांग बढ़ी है। चान्दी के सिक्कों की बिक्री में जमकर उछाल आया है। लोग एक घर हो अपना का सपना पूरा करने के लिए जोर लगा रहे हैं। कार और दोपहिया वाहनों के शोरूम में ग्राहकों की भीड़ है और कंपनियां मस्त हैं। बाजार की भीड़ महंगाई डायन पर भी भारी पड़ती नज़र आ रही है।
घरों को सजाने के साथ ही महिलाओं का जोर किचन को आधुनिक बनाने का है। मोड्युलर किचन बन पाए या नहीं पर कुछ नया सामान तो खरीदना ही है। माइक्रोवेव ओवन भी महिलाओं को भा रहे हैं।
धनतेरस पर बर्तनों के साथ क्राकरी की बिक्री हुई है। माकेoट में उपहारों की बिक्री आखिर तक रहने की उम्मीद है। ब्राण्डेड रेडीमेड कपड़ों के साथ गैर ब्राण्डेड माल भी खूब बिक रहा है। खासतौर पर गर्म कपड़ों का बाजार ज्यादा गर्म है।
चान्दी के सिक्कों के अलावा लोगों को ब्राण्डेड कंबल और बेड शीट देने का चलन भी इन दिनों चल रहा है। इस बार दिवाली पर रंग-रोगन के कारोबार में सौ फीसदी इजाफा हुआ है। हालत यह है कि घर की रंगाई-पुताई करने वाले मजदूरों का टोटा पड़ गया है। मुंहमांगी मजदूरी मिलने से उनकी दिवाली भी बढ़िया मन रही है। घरों की रंगाई-पुताई के बाद बिजली की लड़ियों से जगमगाया जा रहा है। बिजली की लड़ियां माकेoट में जगह-जगह बिक रही हैं।
जब हर किसी की जेब में माल है तो िफर धमाल में ही क्यों कमी रहे। धूमधड़ाके के बीच देसी-विदेशी दारू भी खूब बिक रही है। दिल्ली में तो दो दिन दारू के ठेकों का समय भी बढ़ा दिया गया है। किसी खास को गिफ़्ट देने के लिए तो वाइन, िव्हस्की और रम है। बस तो अब क्या गम है।